धर्म जाति ये किसने बनाई धर्म जाति ये किसने बनाई
घमंड काहे का सनम जब, साथ जाने को कुछ भी नहीं प्रेम का नाटक बहुत है घर में दफनाता कोई नहीं। घमंड काहे का सनम जब, साथ जाने को कुछ भी नहीं प्रेम का नाटक बहुत है घर म...
पुजारी, पंडो, मौलवियों का धंधा समाप्त हो रहा है। पुजारी, पंडो, मौलवियों का धंधा समाप्त हो रहा है।
रंगे सियारों ने हथिया लिया है सिंहासन रंगे सियारों ने हथिया लिया है सिंहा...
तुम खुद ही तो कहते हो तू तो है सिंहासन वाला। तुम खुद ही तो कहते हो तू तो है सिंहासन वाला।
उसने कमजोरों पर, कीच उछाला है राजभवन का खोल, लिया यूँ ताला है उसने कमजोरों पर, कीच उछाला है राजभवन का खोल, लिया यूँ ताला है