छिड़ने वाला है महासंग्राम
छिड़ने वाला है महासंग्राम
दो हज़ार चौबीस का हो रहा है आगाज़
चुनावी बिगुल बजने को है तैयार
छिड़ने वाला है देश में महासंग्राम
होने जा रहा है देश में एक बार फिर चुनाव...!!
कौन बनेगा कुर्सी का यहाँ सही दावेदार
किस के हाथों होगा देश का उद्धार
किस के सर पे ताज़ सजेगा
कौन विपक्ष का होगा दावेदार...!!
फ़िर इक वार झूठे वादों की झड़ी लगेगी
सत्ता की भूख चरम पे बढ़ेगी
मर्यादा खंडित-खंडित हो कर गुजरेगी
तीखे शब्दों की एक दूजे पे बौछार चलेगी...!!
जगह-जगह भाषणों के दौर चलेंगे
रंग-बिरंगे मंच सुशोभित होंगे
चार्टर्ड फ्लाइट से नेतागढ़ यहां से वहां सैर करेंगे
जीत की कोशिश में वो जी जान से लड़ेंगे...!!
पैसे का खेल अहम रहेगा
नेताओं की बोली भी लगेगी
किस पार्टी से कौन सा नेता कब पलटी मारेगा
इसकी किसी को ना भनक लगेगी...!!
हर दाव पेंच खेला जायेगा
मिटिंग और सभाएं घर घर जाकर होंगी
वादों और उपहारों का संगम होगा
नेतागढ़ हाथ जोड़ दर दर वोट की चाह में खड़े रहेंगे...!!
जनता तुम भी सतर्क हो लो
जानों, देखो और ढंग से समझ लो
जिसे भी चुनों पहले उसकी मनसा समझ लो
फिर जाकर तुम वोटर बूथ पर बटन दबा लो...!!
