STORYMIRROR

Neerja Sharma

Tragedy Action Fantasy

4  

Neerja Sharma

Tragedy Action Fantasy

विरह (सायली छंद)

विरह (सायली छंद)

1 min
333

प्रियतम 

मनुआ मेरा

तड़फे तुम बिन 

कब आओगे

विरहाग्नि।


नयना

नींद नहीं

जागी सारी रतियाँ 

बाट जोहती

इंतजार।


भौर

हो गई

अब तो आओ

प्रियतम प्यारे

दर्शनाभिलाषी।


अँसुवन 

सूख गए

तुम न आए

करूँ आस

बेदर्दी।


இந்த உள்ளடக்கத்தை மதிப்பிடவும்
உள்நுழை

Similar hindi poem from Tragedy