I liked to write literature as a hobby.
कभी रुक-रुक के सताती है कभी दिल से फ़िसल जाती है। कभी रुक-रुक के सताती है कभी दिल से फ़िसल जाती है।
हजारों साथ है लेकिन तेरा ना हाथ, हाथों में। पकड़ लो बाहां तुम मेरी,बस इतनी सी हसरत है। हजारों साथ है लेकिन तेरा ना हाथ, हाथों में। पकड़ लो बाहां तुम मेरी,बस इतनी स...
बहुत बदनाम है वो गलियां वहां मैंने कुछ देर ठहर के देखा है। बहुत बदनाम है वो गलियां वहां मैंने कुछ देर ठहर के देखा है।
नज़रें चुरा के नज़रें मिलाना सीखा कहाँ से तुमने पागल बनाना... नज़रें चुरा के नज़रें मिलाना सीखा कहाँ से तुमने पागल बनाना...
ज़िद्द पे अड़ी है यह कैसी मनचली है। वाह री जिंदगी तू क्या ख़ूब नकचढ़ी है।। ज़िद्द पे अड़ी है यह कैसी मनचली है। वाह री जिंदगी तू क्या ख़ूब नकचढ़ी है।।
नाखून बड़े करके मैंने अपने घाव को जख़्मी कर डाला। नाखून बड़े करके मैंने अपने घाव को जख़्मी कर डाला।
जब जाती हूं थक... तो निकल जाती हूं घर से बाहर। जब जाती हूं थक... तो निकल जाती हूं घर से बाहर।
कभी लिखता है रंगीन कलम से तो कभी काली स्याही छिड़क देता है। कभी लिखता है रंगीन कलम से तो कभी काली स्याही छिड़क देता है।
जागो सभी कर्म करो उन्होंने सबको सजक मंत्र दिया।। जागो सभी कर्म करो उन्होंने सबको सजक मंत्र दिया।।
रहेगी अनबन तेर मेरे दरमियां हमेशा यूं ही। फ़िर भी यह सर मुझे तेरे आगे हरदम झुकना है।। रहेगी अनबन तेर मेरे दरमियां हमेशा यूं ही। फ़िर भी यह सर मुझे तेरे आगे हरदम झु...