STORYMIRROR

Sonam Kewat

Romance Action Fantasy

4  

Sonam Kewat

Romance Action Fantasy

चाय और तुम

चाय और तुम

1 min
477

चाय की चुस्कियां लेते वक्त तुम्हारी याद आयीं

पहली शरारत भरी मुलाकात याद आयीं

बरसों से मैं यूं सहमा रहता था पर 

आज तुम्हारी यादों से चेहरे पे मुस्कुराहट आयीं


तुम आंख मारते वक्त तुम हिचकिचाती नहीं 

पर मैं तो अंदर से पूरी तरह हिल जाता हूं 

तुम याद करती होगी मुझे यादों में पर 

मैं तो यादों में भी तुमसे मिल जाता हूं 


वैसे मैं जितना सीधा हूं तुम उतनी शरारती हो 

तुमसे मिलने के बाद शरारत मैं भी करता हूं 

पता है कि तुम मुझे खोने से डरती हो 

पर मैं भी सिर्फ तुम ही पर मरता हूं 


चाय पे ध्यान कहां फोन पे बातें हो रहीं हैं 

शाम से बैठा हूं अब रात धीरे-धीरे हो रही है 

बात सिर्फ़ मिलने की है मैं मिलने आऊंगा 

तो क्या हुआ अगर बरसात हो रही है 


अब तो मेरी चाय ठंडी हो रही थी पर 

तुम्हारे यादों की गर्माहट बरकरार थी 

आज पहली बार चाय टेबल पर छोड़ दिया 

क्योंकि तुम मिलने को तैयार थी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance