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Nitu Rathore Rathore

Romance

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Nitu Rathore Rathore

Romance

चाँद से कह दो

चाँद से कह दो

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चाँद से कह दो न तन्हा कीजिए

आप आकर मन को हल्का कीजिए।


रात को क्यों नींद भी आती नहीं

कुछ हमारे साथ साजा कीजिए।


सादगी मुझमें रही बाकि अगर

हम को सीमा में न बाँधा कीजिए।


प्यार तुमसे तो रूहानी हो गया

छोड़ कर हमकों न जाया कीजिए।


आँख भर आई है चाहत में अभी

इस तरह हमकों न रुसवा कीजिए।


मन में तुमको रखेगी "नीतू " सुन

टुकड़ों में दिल न हिस्सा कीजिए।


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