प्रथम शैलपुत्री
प्रथम शैलपुत्री
मन से बुराई दूर करने के संकल्प की भावना कर
मां दुर्गा की मन से तू आराधना कर साधना कर।
सफेद वस्त्र धारण करे मां शांति का प्रतीक है
पवित्रता धारण कर तू शैलपुत्री की उपासना कर।
मंदिर में जाके रोज मातृस्वरूपा मां के चरणों में
शीश झुकाकर तू जनकल्याण की कामना कर।
नो दिन मां की साधना में डूब खुद को समझने दे
पूरे निश्छल भाव से तू समाधान की प्रार्थना कर।
शैलपुत्री देती हमको भौतिक,आध्यात्मिक सुख
जीवन में आए आनंद का *नीतू* तू सामना कर।