चांद की आगे
चांद की आगे
रब ने कर दी मेहर मेरे भाग है जागे
फीका पड़ गया चांद मेरे चांद के आगे
फीका पड़ गया चांद मेरे चांद के आगे
मेरे चांद के आगे ,मेरे चांद के आगे ,मेरे चांद के आगे, मेरे चांद के आगे
1
नसीबो में छुपा था ख्वाबों में सजा था
क्या बताएं आपको पाने का क्या मजा था
क्या पाना चाहेंगे इस मुकाम के आगे
फीका पड़ गया चाद चांद के आगे
रब ने
फीका
2
हकीकत बन गई अब तो मेरी जिंदगीतुमको पा के पा गए जन्नत की हर खुशी
मुकाम पा गए जहां आप आ गए होठों पर आ गई मेरे भी हंसी
रहीश हो गए सबसे हम चांद को पा के
फीका पड़ गया था और मेरे चांद के आगे
रब ने
फीका
3
हंसते हैं जब वह फूल बिखरते हैं
इन्हीं अदाओं पर हम उनके मरते हैं
सीने से लगा लेंगे आंखों में छुपा लेंगे आया है यकि अब हमको तो जाकर
फीका पड़ गया चांद मेरे चांद के आग।