बस
बस
पी-पी करती बस जब चलती ।
सबको मंजिल तक पहुंचाती ।।
ठहर ठहर कर लेती सबको ।
अपनी मंजिल तक पहुंचाती ।।
पी पी करती बस जब चलती।।
सबको मंजिल तक पहुंचाती।।
चालक इसे है खूब चलाता ।
क्लीजर अपनी सीटी बजाता ।।
जब भी कोई हाथ हिलाये ।
चालक इसका ब्रेक लगाता ।।
पी पी करती बस जब चलती।।
सबको मंजिल तक पहुंचाती।।
कोई खड़ा कोई बैठता ।
टिकट लेने का जोर चलता ।।
छोटे बड़े सब नोट बढ़ाये ।
कंडक्टर आवाज लगाता ।।
पी पी करती बस जब चलती।।
सबको मंजिल तक पहुंचाती।।
कंडक्टर लिख टिकट बढ़ाता ।
लेते झपकी कोई ऊँघता।।
सरकम सरका खूब है चलती ।
कोई सरकता जिद्दी होता ।।
पी पी करती बस जब चलती।।
सबको मंजिल तक पहुंचाती।।
मनोरंजन को गीत बजता ।
नियम टूटे चालान कटता ।।
बस दौड़े तो पृथ्वी चलती ।
पर विज्ञान का नियम लगता ।।
पी पी करती बस जब चलती।।
सबको मंजिल तक पहुंचाती।।
