बच्चे हम भारत के(बाल कविता)
बच्चे हम भारत के(बाल कविता)
हम बच्चे भारत के गौरव
कोमल मन के प्यारे
हँसी में खिलखिलाते,
हम रंग बिखेरें सारे।
खेल-खेल में सीखते
सपने हम नए सजाते,
ज्ञान की ज्योति जलाकर,
हम अंधियारा दूर भगाते।
माता-पिता का सपना,
हर दिल का हम सहारा
संस्कारों की धरोहर हम
हम नभ में चमकता सितारा।
देश का भविष्य संवारेंगे
मेहनत से अपने चमकेंगे
नव ऊर्जा से भरकर हम
एक नए इतिहास को रच देंगे।
नन्हे कदमों से बढ़कर हम
नई राहें अपनी बनाते हैं
संघर्षों से नहीं घबराते
हम सदा ऊँचाइयाँ पाते हैं।
सच्चाई की राह पकड़ेंगे
देश का मान बढ़ाएंगे
एकता और प्रेम से हम
खुशहाल भारत बनायेंगे।
राष्ट्र के सच्चे प्रहरी बनकर
निष्ठा से सेवा सदा करेंगे
आओ हम सब मिलकर
सपनों का सुंदर भारत गढ़ेंगे।
