कविताओं में तुम
कविताओं में तुम
किताबों मे कहाँ लिखा हैं
कि ये दुनिया का चलन है,
जो बनता है महान वो
मन का सिर्फ एक वहम है!
झुठ फरेब और मक्कारी है
ये दिखावे की वफादारी है,
इन सब ने ही तो मिलकर
छीन ली लोगों की खुद्दारी है!
जो सच में अच्छे होते हैँ
वो दिल से एकदम बच्चे होते हैँ,
महान वो इंसान होते हैँ
जो दिल से सच्चे होते हैँ!