STORYMIRROR

Arunima Bahadur

Inspirational

4  

Arunima Bahadur

Inspirational

बढ़ते चलो

बढ़ते चलो

1 min
429

न हार में ,न जीत में,

न उलझो इन गीत में,

कर्म की राह चुनो,

लक्ष्य पर बढ़ते चलो।

मैं सत्य कहती,हे सखे!

खेल के ही भाव से,

कर्म बस अपना करो,

न अश्रु हार में बहाओ,

न जश्न में सब भूल जाओ।

लक्ष्य पर सदा बढो,

न संघर्षो पर रुको,

संघर्ष संवारेंगे तुझे,

सशक्त बनाएंगे तुझे।

संग खुद के सदा रहो,

न हार कहो,न जीत कहो,

राह लक्ष्य है ये अहो,

बस बढ़ते चलो,बढ़ते चलो।

कभी शूल मिले,

कभी फूल मिले,

कैसा भी ये पथ मिले,

बस बढ़ते चलो,बढ़ते चलो।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational