माँ जैसी दौलत दुनिया में नहीं
माँ जैसी दौलत दुनिया में नहीं
माँ जैसी दौलत दुनिया में नही है,
माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है।
माँ तो है अनमोल न कीमत लगाना
रखना ख्याल उसका, न उसको रुलाना,
माँ के रुदन से ही हिलती ज़मीं है।
माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है॥
माँ गर न होती यह दुनिया न होती
न आकाश होता, ज़मीं भी न होती,
माँ के जतन से ही सृष्टि पली है ।
माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है॥
माँ का आशीष जिसको मिला है
जीवन में हर पल वह फूला-फला है,
माँ की दुआ से अशुभ घड़ी टली है।
माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है॥
