एक साधना
एक साधना
एक साधना
अकेले में रहकर
एक साधना
आश लगाकर
एक साधना
स्पर्श बिना
एक साधना
खुद को जगाकर
एक साधना
अपने जीवन की
यानि अपने
प्राण वरण की
एक साधना
अस्त से उदय की
सृष्टि के संचार
अभ्युदय की
एक साधना
घर में रहकर
एक उपासना
वीतरागी बनकर
काल दे रहा
सबको निमंत्रण
महामारी का
रूप धरकर।
