ज़िद्दी मक्खी ज़िद्दी मक्खी
दिल भी जिद्दी था तो अपने पे ही अड़ गया पर बात तुम्हारी थी तो मैं उससे भी लड़ गया दिल भी जिद्दी था तो अपने पे ही अड़ गया पर बात तुम्हारी थी तो मैं उससे भी लड़ गय...
रो रही है आँखें लेकिन आँसू एक न गिरे धीरे धीरे मेरे सपने रो रही है आँखें लेकिन आँसू एक न गिरे धीरे धीरे मेरे सपने
इस बेएहसास जहाँ को फिर उठाकर खड़ा कर देंगे। इस बेएहसास जहाँ को फिर उठाकर खड़ा कर देंगे।
कुछ इस तरह से हमसे रूठी है जिंदगी की लग रहा बस सांसें चल रही कुछ इस तरह से हमसे रूठी है जिंदगी की लग रहा बस सांसें चल रही
अच्छा यह बताओ खुदको दफनाए कहां। अच्छा यह बताओ खुदको दफनाए कहां।