भूल जाओ
भूल जाओ
मैं दिन भूल जाता हूँ चलो तुम रात भूल जाओ,
हो सके तुमसे तो पहली मुलाकात भूल जाओ,
मैं डरता नहीं हूँ तो जो कहूँगा सामने कह दूंगा,
तुम चाहती हो तो जिद में जज़्बात भूल जाओ,
मर्ज़ी तुम्हारी नज़र भूलो या नज़ारें भूल जाओ,
कदम किसने बढ़ाया था ये शुरुआत भूल जाओ,
सो जाओ चैन ओ सुकून की नींद में तुम जाओ,
ज़ंज़ीर ऐ ख़्वाब तोड़ने की खुराफात भूल जाओ।