बेरोजगारी
बेरोजगारी


रोजगार मुक्त भारत मे फैली यह कौन सी बीमारी है
काम नहीं है हाथो को कैसी यह लाचारी है
उच्च शिक्षा प्राप्त करके भी दर-दर भटक रहा है भारत
संक्रमण फैला घर घर में छूआछूत सहचारी है
चरस गांजे के नशे मे धुत मस्ती मे झूम रहा है जवान
शिकार अवसाद का युवा भारत का ,माँग रहा रोजगार है
देश की बात मन में करना राजनीति की है मजबुरी
बेशुमार बेरोजगारी बढ़ना युवाओं से खिलवाड़ है
काम नहीं रोजगार नहीं छटनी की टंगती है तलवार
बेरोजगारी मे पिसता युवा भारत का व्यथा से हलाकान है
राजा बनकर बैठे मंत्री तरकश मे सोये हैं बाण
तिलिस्म मे उलझकर सारी समस्याए देखो सब दरकिनार है
शहर क्या देश की गलियाँ विषाद से भर गयी
सियासतो के सब्जबाग मे भविष्य युवाओं का बर्बाद है
वक्त रहते संभल जाओ रंगीन ख्वाब बेचना बंद करो
उतर आये सडकों पर तो आज का युवा 'नालंदा ' महाकाल है!