बेरोजगारी
बेरोजगारी


रोजगार की है ऐसी दिक्कत
हर जगह है नौकरी की किल्लत
कर ले चाहे कितनी भी शिद्दत
बेरोजगारी की है जबरदस्त किल्लत।
पहले तो अंग्रेजी आना है जरूरी
फिर डिग्री का होना भी है जरूरी
फिर आए अनुभव की बारी
ना हो तो नौकरी से हो दूरी।
जो भरते हैं सरकारी पेपर
उनका भी है हाल बराबर
पहले तो मानसिकता से पाओ नंबर
फिर साक्षात्कार करो सामने बैठकर।
अपना धंधा जो खोलने गए
उसे भी ऑनलाइन खा गई
बस ग्राहक का इंतजार ही करते रह गए
आधे लोगों की शॉपिंग वहीं से हो गई।
निज़ी हो या सरकारी नौकरी
बी. टेक वालों को खा गई बेरोजगारी
एमबीए करके भी खाली बैठे सारे
या फिर कम सैलरी में कर लो काम रे।
बेरोजगारी की है मारी
ये दुनिया सारी
कुछ भी करो पर काम करो
कहती है सरकार हमारी।