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शशांक मिश्र भारती

Children

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शशांक मिश्र भारती

Children

बच्चा बनकर बच्चा होना

बच्चा बनकर बच्चा होना

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बाल कल्याण हित बालदिवस

समस्तविश्व दशकों से मनाता है,

विश्व में बीस नवम्बर को यह

भारत १४नवम्बर को मनाता है।


स्कूल कालेजों में धूमधाम से

कार्यक्रमों का आयोजन होता,

चाचानेहरू को अतिप्रिय बच्चे

कहें फूल गुलाब प्रयोजन होता।


बालअधिकार का घोषणापत्र

संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनाया,

दूर देश तक बालहित करना

नेहरू ने विश्व को समझाया।


बालक विश्व के होते भोले

घुल-मिल जाएं जो हंस बोले,

साथ खेलने लग जाते उनमें

जो बच्चा बनकर बच्चा होले।


बाल-दिवस सफल हो जाता

अगर जमीन पर मन जाता,

बात न कोरी न ही कागजी

सच्चा हित सार्थकता बोता।


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