I'm शशांक मिश्र and I love to read StoryMirror contents.
जो आज जन्म दिन मना रहे स्नेह दुलार आशीवचन पा रहे जो आज जन्म दिन मना रहे स्नेह दुलार आशीवचन पा रहे
समझ चुके हैं जो स्थान पहले उनका था वह आज अनाज ले चुका है समझ चुके हैं जो स्थान पहले उनका था वह आज अनाज ले चुका है
जो भर रहे देश को कंगाल कर अपनी तिजोरियां जो भर रहे देश को कंगाल कर अपनी तिजोरियां
हरीतिमा का तम्बू नित्य यहां लहराये वनस्पति का परिहास हरीतिमा का तम्बू नित्य यहां लहराये वनस्पति का परिहास
अपनी न्यारी आकर्षक आंखों से आज आम से असाधारण बनकर हर हृदय पहुंच बनाई, अपनी न्यारी आकर्षक आंखों से आज आम से असाधारण बनकर हर हृदय पहुंच बनाई...
हिमगिरि से धीरे-धीरे बहता है देखते हो सामने पूछते हो फिर क्या कहता है झरना। हिमगिरि से धीरे-धीरे बहता है देखते हो सामने पूछते हो फिर क्या...
हे सरस्वति ज्ञान की देवी आपका वंदन अभिनंदन है। हे सरस्वति ज्ञान की देवी आपका वंदन अभिनंदन है।
जीवन के संघर्ष में हारा पहाड़ श्रम की बूंदें श्रमवीरों की दहाड़। जीवन के संघर्ष में हारा पहाड़ श्रम की बूंदें श्रमवीरों की दहाड़।
सीखने वाले को यही लगता है कि अभी कुछ सीखा नहीं सीखने वाले को यही लगता है कि अभी कुछ सीखा नहीं
आज सोचता हूँ झांककर अपने अतीत में उसकी छांकती परछाईयाँ। आज सोचता हूँ झांककर अपने अतीत में उसकी छांकती परछाईयाँ।