I'm शशांक मिश्र and I love to read StoryMirror contents.
इस रक्षाबंधन, बच्चे एक नया संकल्प लेते हैं। क्या होगा जब वे वृक्षों को अपना भाई बना लेंगे? इस रक्षाबंधन, बच्चे एक नया संकल्प लेते हैं। क्या होगा जब वे वृक्षों को अपना भाई ...
सत्तर साल के रघुनन्दन को सीने में दर्द उठा, पर परिवार मोबाइल में व्यस्त था। कैसा परिवार, जो अपनों की... सत्तर साल के रघुनन्दन को सीने में दर्द उठा, पर परिवार मोबाइल में व्यस्त था। कैसा...
कभी जाड़े की ठिठुरन के बावजूद अल्कू का झबरू कुत्ता खेत की निगरानी से पीछे न हटता था ।नींद आने पर दोन... कभी जाड़े की ठिठुरन के बावजूद अल्कू का झबरू कुत्ता खेत की निगरानी से पीछे न हटता...
प्रेम और घृणा में छिड़ी है बहस! कौन है बड़ा? क्या होगा इस निर्णायक मुकाबले का परिणाम? प्रेम और घृणा में छिड़ी है बहस! कौन है बड़ा? क्या होगा इस निर्णायक मुकाबले का परि...
चारों ने अपनी बात अपनी-अपनी भाषा में कहने की ठानी। ए चारों ने अपनी बात अपनी-अपनी भाषा में कहने की ठानी। ए
शायद कल रात का अपमान वह बरदाश्त न कर पायी थी। शायद कल रात का अपमान वह बरदाश्त न कर पायी थी।
आजकल की बदली राजनीति को देखता हूं आजकल की बदली राजनीति को देखता हूं
रंगों के पर्व की हलचल शुरू हुई रंगों के पर्व की हलचल शुरू हुई
कई बच्चों ने अपनी आंखों के सामने अपने माता पिता को खोया कई बच्चों ने अपनी आंखों के सामने अपने माता पिता को खोया
मुझे शान्ति चाहिए! शान्ति!! - मुझे शान्ति चाहिए! शान्ति!! -