नहीं आता कोई जादूगर.. Prompt,,,30
नहीं आता कोई जादूगर.. Prompt,,,30
जादू वाली बात ना करो
ना दिखाओ जादुई नखरे
अब नहीं आता कोई जादूगर
नहीं करता वो गिली गिली छू
या घुमाकर जादुई छड़ी नहीं बोलता
आबरा का डाबरा बोल क्या कहता है तू..!
नहीं आती वापस खोई हुई वस्तु
और कटी हुई गर्दन,
बुढ्ढें पर यौवन और नहीं मिलता करोड़ो का माल
अब नहीं आता कोई जादूगर..!
गायब होती हैं वस्तुओं का नहीं मिलता हिसाब
गायब होते हैं तन से लिबास
सड़क से बेटियां और जलती हैं बहुएँ.. !
कहाँ दिखता है कोई जादू और
किधर आता है कोई जादूगर..!
नहीं जाते बच्चे देखने किसी बंदर की नाच
कोई डाढ़ी वाला बाबा नहीं लाता जादुई पिटारा
वो सर्कस वाली बात, हाथी घोड़े और
लंगूर भालू का कमाल धमाल
कौन जाता है देखने अब
कौतुहल और ख़ौफ़ भरा तमाशा
सच..! नहीं आता अब कोई जादूगर..!
नहीं होती नोटों की बरसात
जादुई छड़ी से नहीं निकलते फूलों का गुलदस्ता
हाथ से पानी, छल्लों की कलाबाजी
और नहीं होता पहले जैसा बहुत कुछ अब
अब नहीं आता कोई जादूगर..!
सामूहिक हलचल, हाथों की सफाई
टूटी कुर्सी करती बाई बाई
लाल चटाई, किसने बिछाई पूछना एक दूजे से
बताना जरा भाई क्या है ये
रोटी से रोते के चेहरे पर मुस्कान
अंगुलियों से हवा में छेड़ दे कोई तान
या फिर डरावनी आवाज और फिर हँसी की गूंज
ऐसा कुछ नहीं होता अब क्योकि...
बदल गया है बहुत कुछ
अब नहीं आता कोई
जादुई छड़ी काली टोपी वाला जादूगर..!!
अब बस छल छल और छल होता है
कहाँ अब किसी पर यकीं होता है
सच भी छलावा और छल तो हर पल होता
अब मत कहना वो देखो छड़ी जादुई लगता है
आया कोई जादूगर लेकर अतीत की घड़ी..!!