मैं लिखता रहा ख़त और रह गया एक दीवाना है, उसकी याद में सुबह श्याम बैठना दिल लगाना है। मैं लिखता रहा ख़त और रह गया एक दीवाना है, उसकी याद में सुबह श्याम बैठना दिल लग...
अंत में, मुझे दिखाओ कि मुझे कैसा महसूस करना है। अंत में, मुझे दिखाओ कि मुझे कैसा महसूस करना है।
हाँ उसी को दिल देते हैं, ये तकदीर में नहीं लिखा है हमारे। हाँ उसी को दिल देते हैं, ये तकदीर में नहीं लिखा है हमारे।
संसार की सार्थकता आनंद में है सामंजस्य में है। संसार की सार्थकता आनंद में है सामंजस्य में है।
उनके कान गायब हैं, हमारी ज़ुबान गायब है। उनके कान गायब हैं, हमारी ज़ुबान गायब है।
जो दूसरों को सम्मान देते हैं वही सम्मान पाते हैं ! जो दूसरों को सम्मान देते हैं वही सम्मान पाते हैं !