पापा मेरे सुपर हीरो
पापा मेरे सुपर हीरो
हीरो वो होता है, जो best होता है, और सुपर हीरो वो होता है
जो best से भी best होते है।
सुनी थी मैंने बचपन में, एक सुपर हीरो की कहानी,
एक राजकुमारी की खुशियों के लिए, सबसे लड़ जाता है वो छोड़ सब दुनियादारी।
वो है मेरे पापा,
मैं हूं उनकी वो जिद्दी राजकुमारी, जिसकी खुशियों के लिए, झुका देते हैं वो दुनिया सारी।
वो कुछ बोलते नहीं, पर समझते हैं वो मेरी उदासी,
वो प्यार दिखाते नहीं, पर कर देते हैं मेरी हर मुश्किल आधी।
वो मेरी आस है, तभी तो मैं अपनी सारी उम्मीदें पूरी कर पाती हूं,
वो मेरी हिम्मत की डोर है, तभी तो मैं विश्वास से गगन में पतंग की तरह उड़ पाती हूं।
वो मेरे हौसले की दीवार है, तभी तो मैं हर संघर्षों से लड़ पाती हूं,
वो मेरे प्यारे से खिलौने हैं, तभी तो मैं उन्हें खुश देखकर झट से खुश हो जाती हूं।
वो मेरे मखमल का बिछौना है, तभी तो नींद ना आने पर
उनके पेट पर सिर रख मैं झट हो जाती हूं,
वो मेरे सारथी है, तभी तो मैं हर जिम्मेदारी को बखूबी निभा पाती हूं ।
वो मेरे जमीर वो ही मेरी जागीर है, तभी तो दुनिया में मैं सबसे अमीर कहलाती हूं,
वो मेरी इज्जत वो ही मेरा सम्मान है, तभी तो दुनिया में मैं अपनी अलग पहचान बना पाती हूं।
वो घर की धड़कन वो ही रिश्तों का मान है, तभी तो हमारे घर में खुशियों का ज़हान है।
वो ही मेरे दोस्त वो ही मेरे हमराज है, तभी तो आंखों में देखकर ही पढ़ लेते वो मेरे सारे राज है,
वो ही मेरी मुस्कान है, वो ही मेरी खुशियों का राज है, हर ग़म को सहन करूंगी मैं,
जबतक पापा मेरे साथ है ।
आपके लिए मेरी खुशियां ही नहीं, मेरी जान भी कुर्बान है,
आप मेरे सुपर हीरो ही नहीं, उस रब से पहले भी आप है,
आप हो तो मैं हूं, आप बिन मेरी कहां पहचान है,
आप सलामत रहे हमेशा, मेरे दिल में एक यही अरमान है।