अपना ख्याल रखना
अपना ख्याल रखना
जब बाहर बारिश हो
और तुम भीतर से भीग रहे हो....मुझे सोच रहे हो
तब अपना ख्याल रखना
जब उस नुक्कड़ वाली
चाय की थड़ी पर
चाय ठंडी और अहसास गर्म हो जाए
तब अपना ख्याल रखना
वो बेख्याली का आलम
जब सब भूलकर भी
वो महीन काजल की लकीर याद आ जाए
तब अपना ख्याल रखना
मुझे मालूम है तुम्हें अब वो सब याद नहीं है
पर कभी कोई पुराना खत मिल जाए
तब अपना ख्याल रखना
हक तो नहीं है पर बता देती हूं
किसी रेड लाइट पर गाड़ी का शीशा चढ़ा लेना
फिर भी
वो गजरे वाली दिख जाए
तब अपना ख्याल रखना

