अनुसंधान से समाधान
अनुसंधान से समाधान
कोरोना काल ने ये समझाया कि
कितनी भी विपदा आए भारी !
कितनी भी बढ़ जाए महामारी
अनुसंधान रास्ता दिखलाता है,
नित कठिन राह में भी समझाता है !
कि हर प्रश्न का हर पहेली का उत्तर होता है।
चाहे बरखा न भी आए तो भी कृषक बीज बोता है !
उम्मीद के तिनके के सहारे डूबता हुआ भी तर जाता है !
असफल होता हुआ छात्र भी भविष्य में सफलता पाता है !
कोरोना महामारी से वैक्सीन से हुआ बचाव !
और फ्रंट लाईन योद्धाओं का समाज में बढ़ा प्रभाव !
ऑनलाईन क्रांति ने धूम मचाई।
स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई।
विश्व पटल पर वैज्ञानिकों ने अपना परचम लहराया।
और फ्रंट लाईन के सभी कर्मियों ने सेवा से नाम कमाया।
ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में सभी को ये पाठ पढ़ाया !
कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी पूंजी स्वास्थ्य ही है बड़ी माया।