सरसों की पीलिमा💐
सरसों की पीलिमा💐


सरसों की पीलिमा नित ..
ध्यान आकर्षित...
करती है ....मेरा !
सरसों केवल ….पीलिमा रंग को ही नहीं
जीवन की उमंग को ..
जीने के ढंग को ..
अंतर्मन की तरंग को !
खुशियों के इंद्रधनुषी नवरंग को भी !!
भीनी भीनी महक से महकाती हैं...
सरसों ही तो है जो जीवन की खुशहाली !
और समृद्धि से मानव का परिचय करवाती है !
शस्य श्यामला धरा को उर्वर नित बनाती है !
कृषि समाज में सरसों का आजन्म से नाता है !
पीली सरसों सिर्फ़ खाद्य फसल ही नहीं ..
खाद्य तेल ही नहीं , खाद्य शाक ही नहीं ..
वरन आनन्द की परिचायक ..खुशी के गीत भी है !
धन धान्य से परिपूरित लक्ष्मी सी वरदान है !!
हरे भरे खेतों में महकती सरसों की फसल सिर्फ़ ,
फसल ही नहीं बल्कि कृषि समाज की अनुपम पहचान है !!