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Bhavna Thaker

Classics

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Bhavna Thaker

Classics

इतना बड़ा इल्ज़ाम वल्लाह

इतना बड़ा इल्ज़ाम वल्लाह

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क्या हुआ गर दामन सरकते ही

दीदार-ए-यार हो गया 

छोटे से कसूर पर

इतना बड़ा इल्ज़ाम वल्लाह ?


छिछोरी नहीं नज़रें नाचीज़ की

खता होना लाज़मी है!

आईने से मुख़ातिब होते

कमबख़्त अपनी अदाओं को 


गौर से देखो

शान-ए-जलवों पर इतराते 

खुद ही खुद की तारीफ़ में 

मुँह से आह..न उठे तो कहना।


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