STORYMIRROR

Garima Chourey

Drama

3  

Garima Chourey

Drama

अनजान राहें

अनजान राहें

1 min
749

अनजानी राहों पे चल देना अक्सर

अनजान लक्ष्यों के कुछ स्वप्न रचकर।


रह जाना बस इस सफर का ही बनकर

जाना इन राहों को, कुछ अपना देकर 

ये अनजानी राहें, अनजाना सफर !


ले चले साथ किसको देखो थोड़ा ठहरकर

ये जग जैसे अथाह एक सागर,


हर पल है आती और जाती लहर,

कुछ पल जो इनके संग जाते गुज़र,

ये अनजानी राहें, अनजाना सफर !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama