दिग्गज नेता अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए, जनता ने उनके गढ़ में ही पराजय के स्वाद चखाए। दिग्गज नेता अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए, जनता ने उनके गढ़ में ही पराजय के स्वा...
पूछ रही हूँ खुद ही से कि कौन हूँ मै ? पूछ रही हूँ खुद ही से कि कौन हूँ मै ?
वो बोली जब तलक मीठा इसे मैं कर नहीं देती। वो बोली जब तलक मीठा इसे मैं कर नहीं देती।
चुटकियों में इतना सब लिख दिया हैं तो फिर आज इतनी परेशान क्यों। चुटकियों में इतना सब लिख दिया हैं तो फिर आज इतनी परेशान क्यों।
पर चैन है इसमें, ख़ुशी है मेरी, डर नहीं हम खुद ही अपने पास है। पर चैन है इसमें, ख़ुशी है मेरी, डर नहीं हम खुद ही अपने पास है।
खामोशियों की जुबां से जो तुमने की थी बातें जाने मतलब क्या था उनका कैसी थी वो मुलाकात खामोशियों की जुबां से जो तुमने की थी बातें जाने मतलब क्या था उनका कैसी ...