अलविदा
अलविदा
ये खबर नहीं थी हमें,
जिसके इश्क में मगरूर है इतने,
ऐसी बेदिली से अलविदा कह जाएगा।
वफा की कसमें खाते-खाते,
बेवफाई के नगमें लिख जाएगा।
दिवानगी का आलम क्या कहें,
दर-ब दर ढूँढते रहे उसे।
मालूम न था दिल में रहते-रहते,
गुमशुदा एक दिन हो जाएगा।
साथ चलते-चलते राह में,
खामोशी से यूँ अलविदा कह जाएगा।