STORYMIRROR

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Action

4  

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Action

“अकेला”

“अकेला”

1 min
296


क्यों किसी को

मैं बाध्य करूँ

क्यों किसी को

अपना विचार थोपूँ ?

सब स्वतंत्र हैं

जो जी चाहे कहें

अपनी बातों को

सबके सामने रखें !

शिष्टता का ध्यान हो

कटुता से दूर रहो

मृदुलता से बात कहो

पर सदा कहते रहो !

कोई पढ़े आपको या

नज़रअंदाज करे

मान्यता दे ना दे

आपको इनकार करे !

पांडव क्या कौरव से

युद्ध में हार गया था

शकुनि के प्रपंचों से

कोई निराश हुआ था ?

कलम के हथियारों से 

विचार लिख के छोड़ेंगे

जुल्म अत्याचार के

कुरीतियों को तोड़ेंगे !

साथ कोई ना चले

हम चलते जाएंगे

आसमां पे तिरंगा

शान से फहराएंगे !!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action