ऐ नभ में उड़ जाने वाले सुन
ऐ नभ में उड़ जाने वाले सुन
पल भर बैठा पल भर में उड़ जाने वाले सुन,
पास धरा पे आकर दूर गगन में जाने वाले सुन,
ऐ नभ में उड़ जाने वाले सुन,
पंख तेरे साथी हैं इनको अपना साथी चुन,
उड़ चल पंछी नभ में अपनी राहें बुन,
लड़ जा तेज़ हवाओं से तू आसमान में एक बजा दे धुन,
पल भर बैठा पल भर में उड़ जाने वाले सुन,
पास धरा पे आकर दूर गगन में जाने वाले सुन।
स्वप्न एक जो देख लिया तो अब क्यों घबराना फिर,
उड़ता उड़ता छू ले अंबर पंखों को अपने लहराना फिर,
ले चल पूरी ताकत अपनी मिले ना तुझको दाना फिर,
बैठे बैठे तू क्या सोच रहा? दिग्मंण्डल तक पहुँचेगा तू
एक नये सफर को चुन,
पल भर बैठा पल भर में उड़ जाने वाले सुन,
पास धरा पर आकर दूर गगन में जाने वाले सुन,
ऐ नभ में उड़ जाने वाले सुन।
लिये संदेसा उड़जा ऊपर काले मेघों से टकराना,
टूट ना जाए हिम्मत तेरी एक पल ना तू घबराना,
ऊपर ऊपर ऊपर ऊपर,
ऊपर ऊपर ऊपर ऊपर,
उड़ना तुझको सबसे ऊपर,
शून्य गगन में उड़ जाने वाले सुन,
पल भर बैठा पल भर में उड़ जाने वाले सुन,
पास धरा पे आकर दूर गगन में जाने वाले सुन,
ऐ नभ में उड़ जाने वाले सुन।