ऐ चाँद
ऐ चाँद


ऐ चाँद तुमने कितनों को लुभाया
अपनी सुंदरता का जादू सब पर चलाया
कवियों ने तुम पर लिख डाले जाने कितने काव्य
तुम्हारे जिक्र से समृद्ध बना साहित्य
अब तो वैज्ञानिकों को भी आकर्षित किया
तभी तो चन्द्रयान का सफर उन्होंने शुरु किया
सपना भारत का सच हुआ जैसे
चन्द्रयान को तुमने गले लगाया ऐसे
पता नहीं चाँद तुम भी मिलने को बेचैन थे
इसलिए तो भारतवासी कब से तुम्हारे फैन थे।