प्रेम की डगर
प्रेम की डगर
प्यार की डगर बड़ी आसान नहीं
मुश्किलों का होता एहसास है
वादे कसमें ये लिए जाते हैं
पर कितने इस पर खरे उतर पाते हैं
हाथ जिसका थाम लो फिर पकड़े उसे रहना
अपने वादे से पीछे न कभी हटना
प्यार में समर्पण जरूरी है

