STORYMIRROR

Kavita Sharrma

Romance

3  

Kavita Sharrma

Romance

प्रेम की डगर

प्रेम की डगर

1 min
191


प्यार की डगर बड़ी आसान नहीं 

मुश्किलों का होता एहसास है 

वादे कसमें ये लिए जाते हैं 

पर कितने इस पर खरे उतर पाते हैं 

हाथ जिसका थाम लो फिर पकड़े उसे रहना 

अपने वादे से पीछे न कभी हटना 

प्यार में समर्पण जरूरी है 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance