आजा मेरे साजना
आजा मेरे साजना
अंगना मैं सजाऊँ , तू आजा मेरे साजना,
लाल चुनरी ओढूं, तू आजा मेरे साजना,
प्यार के गीत गाऊँ, तू आजा मेरे साजना,
हाथों में मेहँदी कलाई में सजी चूड़ियां।
अंबुवा की डारी पे कोयलीया बोले,
पपीहा की पुकार मेरे मन को भावे,
आरती मैं करूंगी तू आजा मेरे साजना,
हाथों में मेहँदी कलाई में सजी चूड़ियां।
तेरे विरह की आग में जल रही हूं,
तेरे बीन दिन रात मैं तड़प रही हूं
दुल्हन हूं में तेरी तू आजा मेरे साजना,
हाथों में मेहँदी कलाई में सजी चूड़ियां।
तेरे आने की खबर मैं सब को सुनाऊँ,
तेरे लिये प्यार की महफिल मैं सजाऊँ,
"मुरली" न कर देरी, तू आजा मेरे साजना,
हाथों में मेहँदी कलाई में सजी चूड़ियां।

