STORYMIRROR

SUNIL JI GARG

Abstract Drama Inspirational

4  

SUNIL JI GARG

Abstract Drama Inspirational

जीवन हो रौशन

जीवन हो रौशन

1 min
362


आओ दिए कुछ देवें उनको

खुशियों के जिन्होंने पल थे दिए 

रौशन जीवन जिनके संग से,

जिनके संग लगा जिए तो जिए 


वो दोस्त यार वो घर परिवार,

वो गुरु, अनुज वो याद में संग 

वो घर दफ्तर के साथ के लोग,

जिनसे हर पल में भरा है रंग 


वो रिश्ते नाते दूर पास के,

जो दूर करें हैं मेरी उदासी,

वो कंप्यूटर, मोबाइल के लोग

वो देश के अपने सारे वासी 


उन सबको मेरी शुभ कामनायें,

दिवाली पर बड़ी विशेष 

दिए जला कर अब ये लिखा है,

आपके लिए नज़राना ये पेश।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract