STORYMIRROR

प्रीति शर्मा "पूर्णिमा

Drama Classics Inspirational

4  

प्रीति शर्मा "पूर्णिमा

Drama Classics Inspirational

खेल

खेल

1 min
384

खेल में ही तो रच गया ब्रह्माण्ड सारा है।

खेल खेलना सभी को दुनिया में प्यारा है।।


खेल सिखाये जीवन में अनुशासन पाबन्द।

व्यायाम ने शारीरिक सौष्ठव निखारा है।।


खेल खेलना सभी को दुनिया में प्यारा है...

खेल भावना मन को दृढ़ औ पावन करती।


नैतिकता का पाठ पढें व्यक्तित्व सँवारा है।।

खेल खेलना सभी को दुनिया में प्यारा है...


कोई खेलता है दिलो-दिमाग की पिच पर।

कोई खेल मैदान में खेले न्यारा है।।


खेल खेलना सभी को दुनिया में प्यारा है...

कोई वायदों के रथ पर सवार हो खेले।


कोई जज्बात के खेल से गया मारा है।।

खेल खेलना सभी को दुनिया में प्यारा है...


कोई खेले मन से कोई तन से खेला।

किसी ने भावों पर मार दिया कुठारा है।।

खेल खेलना सभी को दुनिया में प्यारा है...


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama