STORYMIRROR

प्रीति शर्मा "पूर्णिमा

Inspirational

3  

प्रीति शर्मा "पूर्णिमा

Inspirational

"सफलता"

"सफलता"

1 min
198

अपने सपने,अपने होते,

चाहे जो हो,पूरा करो।

सोचो-समझो,होगें पूरे,

चतुराई से ,धैर्य धरो।।


मिले सफलता,श्रम है फलता,

सपनों को सच जरूर करें।

सपने रस्ता,सपने मंजिल,

लक्ष्य बना असफलता से ना डरें।।


हो संकल्पित जो करता कर्म।

डटा रहे सफर में रूक ना कदम।

मंजिल उसको हासिल होती

सफलता चूमती उसके कदम।।


 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational