दानवीर कर्ण
दानवीर कर्ण
शत्रु पक्ष में भी आपके
हो सकते लोग बड़े विरले
कौरव पक्ष में एक कर्ण थे
पराक्रमी, पर सबसे भले
उनमें गुण था दानशीलता
मना कभी उन्होंने किया नहीं
जिसने उनसे जो मांग लिया
ये हो नहीं सकता दिया नहीं
अर्जुन के लिए सबसे बड़ा
खतरा थे युद्ध के मैदान में
माँ कुंती को चिंता थी ये
चाहा, कवच कुंडल दान में
बिना कोई शंका, बिना संकोच
इन्द्र को उसने दिया दान
महाभारत का रुख ही पलटा
सदियाँ कहतीं कर्ण को महान
ऐसी कहानियों से भरे पड़े
धर्म ग्रन्थ हमारे, वेद पुराण
भारत दुनिया में देश गज़ब
यहाँ जन्मे कई धर्म महान।