मसला हल हो गया
मसला हल हो गया
मसला कुछ हो गया था ऐसा,
कि हल नही हो रहा था
कम्बख्त ईगो ही तो था दोनों का,
जो दखल दे रहा था
दलील वो भी करते रहे ,
दलील हम भी करते रहे
परेशान वो भी होते रहे,
परेशान हम भी होते रहे
सही वो भी थे उन के नज़रिये से
सही हम भी थे अपने नज़रिये से
फिर उन्हो ने सोचा हमारे नज़रिये से
और हमने सोचा उन के नज़रिये से
कुछ ज़िद उन्होने छोड़ दी,
और कुछ ज़िद हमने छोड़ी
बातें अब अनसुल्झी सी,
बस रह गई थी थोड़ी
जब सेचा दोनों ने सब्र के साथ,
मसले का हल दोनों का मील गया
और आपस में कर के गुफ्तगू,
वो मुश्किल मसला भी हल हो गया