...है जरूरी।
...है जरूरी।
नज़र से मिले जो, नज़र है जरूरी।
दिलों में मोहब्बत, मगर है जरूरी।
मुबारक घड़ी वो, हमें जब मिलेगी ,
पता ही नहीं वो, घड़ी कब मिलेगी?
घड़ी वो मिलेगी, सबर है जरूरी ।
भले राह में हो, रिवाज-ए-मुसीबत,
दिलों में खिलेगी, बहार-ए-मोहब्बत,
रस्म-ओ-रिवाजों की, खबर है ज़रूरी।
जनम तो हमारा, कई बार होगा ,
तुम्हारा अगर हर, जनम साथ होगा ।
मगर तुम बनो हमसफर है ज़रूरी।
सुनोगे अगर तुम, हिदायत हमारी,
कहे Kalpनिक जो, गजल हो तुम्हारी,
वजन में लिखीं हर, बहर है जरूरी