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देखो आज है इतवार प्रिये

देखो आज है इतवार प्रिये

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उठ जाओ भरतार प्रिये।

जी देखो आज है इतवार प्रिये।।


बड़े स्वार्थी रसिया बालम करवट बदलो पड़े पड़े।

औंधे मुँह तकिया में मुँह जी तुम खर्राटे मारो सडे सडे।।

बाकी कपड़े झाडू पोंचा

अब छोड़ो नींद खुमार प्रिये।।

जी देखो आज है...


पिछली दिनों बाजार गये थे मिली सलोनी सुरबाला।

नैन मटक्का हंस हंस बतियाँ जिया जरा गयी मधुबाला।।

छोड़ो तफरी सैर सपाटा

वर्ना मैं रखटी नहीं उधार प्रिये।।

जी देखो आज है...


मोबाइल की भरी गैलरी लेकिन मेरी कदर नहीं।

जरा कहा क्या आसमान पर रखते थोड़ा सबर नहीं।।

उठो सजन सब काम निपाटो मैं सोलह करूँ सिंगार प्रिये।।

देखो आज है...


मैं मधुरिम तुम षटरस सैंयाँ तुमसे हम और हमसे तुम।

भाल अरुणिमा तुमसे दमके तुमसे जीवन यह चमचम।।

मैं रमणा उर्वशी उर्मिला ,तुम प्रखर शोख भरतार प्रिये।।

जी देखो आज है...


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