सरल /स्पष्ट हूं।
Share with friendsThere is something wrong with my behavior? I always gave due respect to my office in charge. Didn't I? Shekhar asked.
Submitted on 17 Dec, 2020 at 05:05 AM
Please collect your prize from the fortune counter. See mom we are lucky now.
Submitted on 14 Jun, 2020 at 08:26 AM
"तुम देखोगे पिक्चर ?" शिव ने अपने स्वभाव के विपरीत रिक्शे वाले से पूछा ।
Submitted on 27 Feb, 2021 at 07:58 AM
"देखा !! इसी कुलछनी की है , कौन पंडित देता है ऐसी पोटली , कोई तांत्रिक दिया होगा ?
Submitted on 27 Feb, 2021 at 06:39 AM
हम दोनो एक दूसरे को देख मुस्कुरा दिये ,एक प्यारी सी , हर स्वार्थ से परे !
Submitted on 26 Feb, 2021 at 06:11 AM
पर साहब हँसने की आवाज़ तो कल रात भी सुनी थी। थापा, वो उसकी आख़िरी हँसी थी। नीरज पूरे
Submitted on 25 Feb, 2021 at 11:33 AM
थैंक यू, डब्बू पण्डित। मैंने मन ही मन डब्बू जी को धन्यवाद दिया।
Submitted on 24 Feb, 2021 at 10:41 AM
अनुराधा अच्छी तरह से जानती थी कि महिमा झूले और लॉन को लेकर कितनी पज़ेसिव है ।
Submitted on 18 Feb, 2021 at 06:17 AM
तब तो मेरी नंगी तस्वीरों में तुम्हें देवी नज़र आती होगी । सभी कुत्ते की तरह हो तुम सब
Submitted on 17 Feb, 2021 at 17:39 PM
कितना अंदर तक देखती हैं उसकी आँखें । मधुर सम्मोहित सा उसको देखता रह गया ।
Submitted on 13 Feb, 2021 at 18:06 PM
दिल में हलकी दिक़्क़त है , दवा मिल जायेगी ठीक हो जायेंगी । हार्ट अटैक है माइनर सा ।"
Submitted on 11 Feb, 2021 at 04:01 AM
पता नहीं कैसे ठीक होंगे यह बाल ? एक तो जुएँ इतनी हो गयी
Submitted on 07 Feb, 2021 at 04:37 AM
ध्यान से देखिए , इसकी आँखें मेरी तरह है सुन्दर , मेरी मम्मी ने बताया ।
Submitted on 29 Jan, 2021 at 04:07 AM
चटाक की आवाज़ हुई , काँच के टुकड़े फ़र्श पर बिखर गये ।
Submitted on 23 Jan, 2021 at 12:41 PM
देवेंद्र कौर मैडम औसत क़द की साफ़ रंग की औरत थी , उनके बाल हलके भूरे थे ।
Submitted on 17 Jan, 2021 at 11:29 AM
बस रमेश को किसी नशे की आदत नहीं थी, यही सोच कर पूजा ख़ुश हो लेती
Submitted on 15 Jan, 2021 at 11:39 AM
खिल्ली सर ने आते ही नरेंद्र को एक चाँटा रसीद दिया
Submitted on 09 Jan, 2021 at 16:28 PM
उनके मुँह से निकला एक वाक्य “ खूब पढ़ना बेटा ” मानो मेरी ज़िंदगी का सूत्र बन गया ।
Submitted on 05 Jan, 2021 at 04:45 AM
माता जी का देहांत होने के कारण मैं मनोज की शादी में नहीं जा पाया।
Submitted on 26 Dec, 2020 at 12:09 PM
एक छछून्दर मासिक और कम्पनी का नाम है छछून्दर डॉट कॉम"
Submitted on 25 Dec, 2020 at 09:19 AM
पंडित एक छोटी सी लकड़ी लेकर ख़ुद गोबर की गोली को उसी दिशा में धकेलने लगा
Submitted on 24 Dec, 2020 at 10:45 AM
मैं गाड़ी निकालता हूँ, तुम नाश्ता कर नीचे आ जाना।
Submitted on 21 Dec, 2020 at 12:41 PM
चींटी सोचेगी यहाँ गड्डा नहीं है और गिर जायेगी फिर आप घास उठा कर देख लेना ।"
Submitted on 11 Dec, 2020 at 13:38 PM
मन ही मन सोच रही थी , देवी माँ की कृपा से ही विशाल नाम के साँप से बची हूँ ।
Submitted on 07 Dec, 2020 at 18:38 PM
जैसा तुम कहोगी मैं वैसा ही करूँगा” मैंने उसके नर्म हाथ को पकड़ते हुए कहा
Submitted on 29 Nov, 2020 at 10:36 AM
तुझे मेरी कोई मदद करने की ज़रूरत नहीं और न ही अब तेरी कोई मदद लेनी है मुझे।
Submitted on 29 Nov, 2020 at 03:59 AM
किस जतन से पैसे इकट्ठे किए थे हम दोनों ने शिमला जाने को
Submitted on 26 Nov, 2020 at 01:51 AM
मत बता, आज नहीं तो दो दिन बाद बताएगी। मुझे बताए बग़ैर तेरा खाना ही हज़म नहीं होगा
Submitted on 23 Nov, 2020 at 10:21 AM
ओहो, अपने के लिए, कौन है हमें भी बताओ। नहीं बताती। क्यों बताऊँ। नीटू शरारत से बोली।
Submitted on 22 Nov, 2020 at 09:43 AM
मुस्कुराहट, सब कुछ लुट जाने वाली मुस्कुराहट। चल सखी ! तू, मैं और वो तो, है ही !
Submitted on 22 Nov, 2020 at 04:11 AM
रिमझिम ने प्यार से राजू का हाथ पकड़ कर बिठा लिया।मीठे करोंदे बन कर, मीठे करोंदे खाते हु
Submitted on 21 Nov, 2020 at 06:32 AM
जीवनी छोटी सी कान्ता को गोद में लिए अनजान शहर में आ गयी।
Submitted on 16 Nov, 2020 at 06:42 AM
भाभी जी । पकोड़े बना लीजिए । आज तो पार्टी होगी । जी भाई साहब।
Submitted on 16 Nov, 2020 at 05:33 AM
सिर्फ पाँच नम्बर के लिये। पाँच नम्बर ही तो कम आये थे, अमिता से।
Submitted on 11 Nov, 2020 at 05:49 AM
नीले रंग में तुम परी जैसी लगती हो, इसलिये ” मनीष ने प्यार से कविता को देखते हुये कहा।
Submitted on 10 Nov, 2020 at 10:52 AM
“शाल ओढ़ लो ” शाल देते हुये वो बोली , मीठी आवाज़ फिर से । "ले लो उतरने पर दे देना ।"
Submitted on 09 Nov, 2020 at 12:06 PM
भला हो लॉकडाउन का कम से कम अग़ल / बग़ल की दुकानें तो दिखने लगी ।अगली बार मैं भी चलूँगी
Submitted on 07 Aug, 2020 at 12:10 PM
आज तो बड़ी जल्दी ख़त्म हो गयी मीटिंग। चलो कुछ खेलते हैं, मैंने किशोर से बोला।
Submitted on 06 Aug, 2020 at 02:00 AM
आप लोगों की कमज़ोरी का फ़ायदा उठा कर यह शेर हो जाता है
Submitted on 01 Aug, 2020 at 08:14 AM
प्यार क्या अलग /अलग होता है भाई ? प्यार तो प्यार है बस और कुछ नहीं
Submitted on 27 Jul, 2020 at 11:20 AM
यह गोपू ना तो फ़ीस जमा करता है, न कभी कुछ खिलाता है,
Submitted on 24 Jul, 2020 at 12:52 PM
फिर इंसान को उसकी औक़ात बताने , प्रकृति और ईश्वर को कुछ करना पड़ता है ।
Submitted on 19 Jul, 2020 at 12:00 PM
संतुष्टता के साथ पार्वती बोली। दोनों निश्चिंत हो खाना खाने लगी।
Submitted on 19 Jul, 2020 at 04:51 AM
"अपनी माँ को पिलाता है तू जुकाम में लाल मिर्च" अब वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी ।
Submitted on 15 Jul, 2020 at 03:30 AM
उसने मुस्कुराना छोड़ दिया ।महीने भर बाद बिना सहारे के चलने लगी ।
Submitted on 14 Jul, 2020 at 17:58 PM
एक लम्बी सी राहत की मुस्कुराहट। उसका चाचा जो वापिस मिल गया था।
Submitted on 13 Jul, 2020 at 05:04 AM
दादाजी ने हाई स्कूल तक की तालीम हासिल की । उसके बाद कुछ साल पंचायत इन्स्पेक्टर की नौकरी
Submitted on 12 Jul, 2020 at 08:38 AM
हम लोगों की रसोई के बगल में छोटे दादा का एक और कमरा जिस पर टिन पड़ी थी
Submitted on 11 Jul, 2020 at 10:15 AM
"मेरी तो माँ झाँसी की रानी है , बिन तलवार की। जो हाथ में आया उसी से धाड़ से मार देती है
Submitted on 10 Jul, 2020 at 09:18 AM
मेरी शादी हो जायेगी ,फिर सब मुझे सुमित्रा बुलायेंगे ।तू मुझे मूँगी ही बुलाना !
Submitted on 09 Jul, 2020 at 03:35 AM
प्रतिदिन हमारे मुंह से निकला कोई वाक्य किसी का दिन बना दे ।
Submitted on 04 Jul, 2020 at 15:34 PM
अपने घर वालों से बात कर लो, मेरे घर वाले तो तैयार हैं।
Submitted on 02 Jul, 2020 at 05:33 AM
ख्याली को आंगन में लिटा दिया था। निर्जीव , शांत ख्याली ।
Submitted on 29 Jun, 2020 at 14:19 PM
खो गया वो ताज़ा, गोरा, अपने स्वाद पर इठलाता कसोरे का मक्खन।
Submitted on 26 Jun, 2020 at 06:18 AM
अच्छा हुआ तुम आ गई। देखो , तुम्हारी बहन पता नहीं क्यों रोए जा रही है।"
Submitted on 24 Jun, 2020 at 03:52 AM
क्या भगवान भी निश्चल हृदय रत्तू चाचा को पहले से बता दिए ? जाने का समय।
Submitted on 19 Jun, 2020 at 08:35 AM
कभी कभी जब पेयनु मूड में होता , तो तराज़ू में झूला देता था!
Submitted on 18 Jun, 2020 at 14:47 PM
कलगी दादी हिमतु को छोड़ खेत और जानवर का काम करने चली जाती।
Submitted on 17 Jun, 2020 at 09:13 AM
जब अंधेरा घिरने लगा और रघु नहीं आया, तो बताना पड़ा कि रघु से दुना टूट गया!
Submitted on 17 Jun, 2020 at 08:33 AM
बाहर लेटी मेहरोत्रा जी की मिट्टी शायद मुस्करा रही है । एक सांस के बंधन , एक पल के बंधन
Submitted on 17 Jun, 2020 at 06:42 AM
नाशपाती को एक सम्मान मिला हुआ है, उसकी मार्केट वैल्यू भी है।
Submitted on 17 Jun, 2020 at 03:53 AM
जो सबसे पहले पैर छूता वो गोली दो गोली एक्स्ट्रा पा जाता
Submitted on 16 Jun, 2020 at 08:24 AM
खाना भी बाहर खायेंगे, पैसे अपने अपने। कंजूस मैंने प्यार से कहा।
Submitted on 15 Jun, 2020 at 13:17 PM
देखो मैं पानी लगाने जा रहा हूं, पहले मेड़ बनाऊंगा, फिर पानी खेत की तरफ़ काटूंगा
Submitted on 14 Jun, 2020 at 05:08 AM
यह जो बिजूका है, थकता नहीं बेचारा, ऐसे बांहे ताने ताने
Submitted on 13 Jun, 2020 at 05:21 AM
मुझे कुछ हो गया तो , तुम पढ़ाई छोड़ कर मत आना , पढ़ाई करते रहना।"
Submitted on 12 Jun, 2020 at 09:16 AM
रात में उस में खच्चर बांधी जाती, दिन मे हम लोग पढ़ते थे
Submitted on 12 Jun, 2020 at 08:20 AM
कभी कभार दौड़ कर गाड़ियों को पकड़ने की असफल कोशिश भी करते।
Submitted on 12 Jun, 2020 at 06:26 AM
प्यारा दोस्त, जो अब भी था, वहीं हम सब की यादों में।
Submitted on 11 Jun, 2020 at 16:06 PM
एक लड़के की ऐक्सिडेंट में मौत हो गई , और मुझे वो कल रात सपने में दिखा पुल से गिरते हुए।
Submitted on 07 Jun, 2020 at 04:16 AM
ना जाने कहाँ से एक गिद्द आ कर मंदिर के कलश पर बैठ गया
Submitted on 06 Jun, 2020 at 05:52 AM
अब बन गई तू मास्टरनी जी। मां ने दुलार कर सिर पर हाथ फेरा।
Submitted on 05 Jun, 2020 at 04:55 AM
जी गुरु जी, गुप्ता जी ने कहा और सभी ज़ोर से हंस पड़ें।
Submitted on 04 Jun, 2020 at 04:56 AM
अच्छा मैं चलती हूं बेजुबान की पूरी कहानी का एक सुना गया वाक्य।
Submitted on 25 May, 2020 at 16:44 PM
आने जाने वाले से खाने की मांग करता, झिड़की खाता फिर कोशिश करता।
Submitted on 25 May, 2020 at 08:39 AM