I'm Dr. Prakhar and I love to read StoryMirror contents.
अल्हड यौवन लै अंगडाई मेरो रग रग मदन सतावै। अल्हड यौवन लै अंगडाई मेरो रग रग मदन सतावै।
मौन चौक के पनघट देखे गगरी कलशा रहा नहीं। मौन चौक के पनघट देखे गगरी कलशा रहा नहीं।
छौनो सी धमा चौकडी अल्हडपन और नादानी थी। माँ जी का शैतान दुलरुआ दादी माँ की दरबानी थी।। छौनो सी धमा चौकडी अल्हडपन और नादानी थी। माँ जी का शैतान दुलरुआ दादी माँ की दरबा...
चिंटू लाल चिंटू लाल। करते घर में बहुत धमाल।। चिंटू लाल चिंटू लाल। करते घर में बहुत धमाल।।
राम जी ! आवहु फिर इक बार। मात पिता कौं कंस त्रास दैं पीर को नहि उपचार। राम जी ! आवहु फिर इक बार। मात पिता कौं कंस त्रास दैं पीर को नहि उपचार।
तपै तवा सी यह धरा दिनकर उगलैं आग। छाँह दुपहरी ढूँढती ठंडाई केरी फाग।। ठंडाई केरी फाग कहाँ जा ढूढैं... तपै तवा सी यह धरा दिनकर उगलैं आग। छाँह दुपहरी ढूँढती ठंडाई केरी फाग।। ठंडाई के...
शुष्क पात डार डार ग्रीष्म की बिछी बिसात। ज़िंदगी दुरूह होत उमस भरी नित प्रभात।। शुष्क पात डार डार ग्रीष्म की बिछी बिसात। ज़िंदगी दुरूह होत उमस भरी नित प्रभात।।
लिलहारी तुमकौं नमन, सुनियो टेर मुरार। तुम बिन कौन उबारि है, जगन्नाथ करतार। लिलहारी तुमकौं नमन, सुनियो टेर मुरार। तुम बिन कौन उबारि है, जगन्नाथ करतार।
कान्हाँ तेरी बाँसुरी रह रह कैं अचकाय। विपिन बजै श्रवनन परै रग रग मद लहराय।। कान्हाँ तेरी बाँसुरी रह रह कैं अचकाय। विपिन बजै श्रवनन परै रग रग मद लहराय।।
वक्र तुंड लम्बोदर गणपति। प्रथम पूज्य नासौ अघ की गति।। वक्र तुंड लम्बोदर गणपति। प्रथम पूज्य नासौ अघ की गति।।