तर्पण
तर्पण
मेरा दर्पण बन गए हो तुम,
मेरा तर्पण बन गए हो तुम,
नैन बसेरा तुझमें साजना,
मेरा जीवन बन गए हो तुम।
कैसे कह दूं दूर जाओ
तुम मेरे अखियन से,
बन के सांसे मुझमें बस गए हो तुम।।
दिल की तमन्ना अब तो तुझसे है पिया,
बन रागिनी मैं तेरी,
मेरे प्रियतम बन गए हो तुम।