सोपान
सोपान
चढ़ा है नए नए सोपान,
शिखर पर पहुंचा जो इंसान।
इरादे हों जिसके मजबूत,
करेगा पार वही व्यवधान।
दूर तक देख सका जो व्यक्ति,
कार्य कर पाया वही महान।
सोच गहरी हो, श्रम हो साथ,
लक्ष्य हो जाता है आसान।
लड़ा जो अनाचार से जंग,
दिया जग ने उसको सम्मान।
किए जिसने जनहित के काम,
प्रकृति का मिला उसे वरदान।
क्रांति का ले सकता है रूप,
अकेले जन का भी आह्वान।
