ऐ खुदा
ऐ खुदा
सुन ऐ खुदा,
दुखों का सागर नीचे,
ऊपर खुला आसमान,
बीच में खड़ा
तेरे संग को तरसता,
ये काफ़िर हो फ़नाI
आसमान में सोनिया बिखरी ये,
सफ़ेद पुरवाइयाँ,
ब्याँ कर रही हैं,
तेरी गाथा...
सुना तेरे दर को
ये सीढ़ी जाती हैI
आ गया हूँ अब
तेरे आग़ोश की चाहत लिए,
चल पड़ा हूँ अब
तेरे दीदार की बस ये
दो ही सीढ़ी बाक़ी है;
थाम ले ये हाथ ऐ खुदा,
थाम ले मेरा हाथ...