मतवाली शाम
मतवाली शाम
एक अनोखी मतवाली सी शाम होगी
तब पिया मेरे आएंगे
देखेंगे प्यार से मुझे
फिर एक पल को ठहर जाएंगे
उन्हें देखकर धड़कन
मेरी बढ़ जाएगी
नजरें खुद ब खुद
झुक जाएंगी
फिर मुझे अपने सीने
से लगा लेंगे
अपने प्यासे होंठों से
चुम्बन सजा देंगे
मैं थोड़ा शरमाऊंगी
थोड़ा घबराऊंगी
लेकिन उनके बांहों के
आगोश से बाहर न आने पाऊँगी
उस शाम का मैं हर
रोज इंतजार करती हूं
एक अनोखी, मतवाली,
सुनहरी शाम..!!