कोई उसको भी खबर दे
कोई उसको भी खबर दे
कोई उसको भी खबर दे कोई तो
उसको बताये
तमाम रात यादों के साथ उसकी जागा
किये हैं हम।
संदेशा ये कोई ज़रा उस तक तो अब
पहुंचाये
तिश्नगी में उसकी ही तमाम रात जाया
किये हैं हम।
वो जो ज़िद को अपनी मोहब्बत से
ऊँचा समझ बैठा है
कहना उससे ग़म अपने आंसुओं से
साझा किये हैं हम।
उसकी मोहब्बत भरी बातें उसका वो
बात बात पर ग़ुस्सा
उसकी इन्हीं यादों संग रात गुज़ारा
किये हैं हम।
वो खुश हैं गर मेरे बिना तो बात ही
और है
कहना कोई उससे कि ख़ुद से ज्यादा
उसे चाहा किये हैं हम।
वो जो इस तरह यूँ चुप सी लगा कर
बैठा है
उसकी इस चुप से बेसबब ही डर जाया
किये हैं हम।